Tuesday 17 May 2011

ये प्यारी गौरैया है

बच्चों के मन भाती है
उनको खूब रिझाती है
आकर के उनके अंगना
जीभर शोर मचाती है
सोन चिरैया सी लगती
ये प्यारी गौरैया है

हर चेहरे को पहचाने ये
बातें मन की जाने ये
नहीं किसी से बैर करे
लगती पंख खुजाने ये
मुन्ना मुन्नी दाना डालें
पकडे डाल झवईया है

अम्मा खाना लाती है
गौरैया आ जाती है
हलवा पूरी खाने को
अम्मा से इठलाती है
खाकर हलवा पूरी
वो करती ता ता थैया है

Wednesday 4 May 2011

दूर हूँ लेकिन हमारा मन तुम्हारे पास है

दूर हूँ लेकिन हमारा मन तुम्हारे पास है 
हो न हो अपना मिलन दिल में अधूरी आस है.
याद की डोरी सहारे आ गए तुम  शुक्रिया
लौट न जाना ह्रदय से बस यही अभिलाष है.

खोजने पर इस जहा में कोई तो मिल जाएगा
है नही मुमकिन हमें वो आप जैसा चाहेगा
बस गयी मेरे जेहन  तुमसे मिलन की प्यास है
दूर हूँ लेकिन हमारा मन तुम्हारे पास है

चाँद पूनम का बिखेरे है जवानी रात में
आ भी जाओ भीग ले हम प्यार की बरसात में 
बिन तेरे मानो लगे ये ज़िंदगी बनवास है 
दूर हूँ लेकिन हमारा मन तुम्हारे पास है 

ऐ परिंदों पंख दो मै जाऊँगा प्रीतम शहर 
या बता दो हाल उनका जाओ तुम उनकी डगर 
याद करते वो मुझे ऐसा मेरा विश्वास है 
दूर हूँ लेकिन हमारा मन तुम्हारे पास है